आज का दिन महत्वपूर्ण है

‘अरे उन्मुक्त जी, क्यों बोर कर रहे हैं। हमें भी मालुम है कि आज अलबर्ट आइन्स्टीन का जन्मदिन है। केवल आप ही नहीं हैं जिसने जीशान जी की बेहतरीन चिट्ठी पढ़ी है। हमने भी उसे पढ़ा है। दूसरों की बात मत दोहराइये।’

यह सच है कि जीशान जी की अलबर्ट आइन्स्टीन (Albert Einstein) पर लिखी चिट्ठी बेहतरीन है पर यह दिन केवल इसलिये महत्वपूर्ण नहीं है। इस दिन कुछ और भी महत्वपूर्ण बात हुई थी। १५ साल पहले, आज ही के दिन, किसी अन्य का भी जन्म हुआ था।

‘उन्मुक्त जी, सच क्या आज किसी और का भी जन्मदिन है। क्या वह भी आइन्स्टीन जैसा महत्वपूर्ण व्यक्ति है?’

जिसका जन्म हुआ था वह व्यक्ति नहीं है पर आइन्स्टीन के जितना ही महत्वपूर्ण है।

‘अरे मेरी तो उत्सुकता बढ़ती जा रही है। जल्दी बताइये कि किसका जन्म हुआ था?’


१५ साल पहले, लिनूस टोरवाल्ड (Linus Torvald) ने लिनेक्स स्तर १.०  (Linux version 1.0) का करनल पोस्ट किया था। हांलाकि इस बारे में उन्होंने सूचना अगस्त १९९१ में प्रकाशित की थी।  आज के दिन लिनेक्स का जन्मदिन हुआ था। है न महत्वपूर्ण बात। यह तो आप को मालुम ही कि लिनेक्स ही वह जगह है जहां पेंग्युन उड़ सकती हैं और लिनेक्स प्रेमी पुरुष – ज्यादा कामुक और भावुक ? ? ? होते हैं 🙂

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यदि आप यह देखना चाहते हैं कि लिनूस ने क्या प्रकाशित किया था तो आप यहां देख सकते हैं।

यदि आप इन सब के बारे में विस्तार से पढ़ना चाहें तो लिनूस टोरवाल की आत्म कहानी  ‘Just for fun: The story of an Accidental Revolutionary ‘ पढ़े। यह बहुत अच्छी तथा प्रेरणादायक पुस्तक है। इसमें कुछ चैप्टर बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के बारे में हैं। यह कुछ हमारे पुरातन विचारो से मेल खाते हैं और पश्चिम के समाज पर, जिस तरह से इन अधिकारों की परिभाषा तथा व्याख्या की जाती है, नयी तरह से प्रकाश डालती है – पढ़ कर देंखें।

ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर के प्रोग्राम और लिनेक्स के डिस्ट्रीब्यूशनों के बारे में इस विडियो को देखें।

‘उन्मुक्त जी, क्या इसके अतिरिक्त आज के दिन कुछ और भी हुआ है?’

हुआ तो है।


किसी भी वृत की परिधि और व्यास का अनुपात निश्चित संख्या ३.१४१५९२६… होता है। इसे ग्रीक वर्ण पाई (Pie) (littlepi) के द्वारा दर्शाया जाता है। गणित प्रेमी लोग, आज के दिन (१४ मार्च) को पाई दिवस (Pie day) की तरह मनाते हैं और लोगों को इसके प्रति जागरुकता लाने का प्रयत्न करते हैं।


‘उन्मुक्त जी, १४ मार्च को पाई दिवस क्यों मनाया जाता है?’

हमारे यहां तारीख लिखते समय, सबसे पहले दिन, फिर महीना लिखा जाता है पर अमेरिका में यह उल्टा होता है। वहां पहले महीना, फिर दिन लिखा जाता है। यदि पाई के पहले अंक को महीना माने और उसके बाद के दो अंको को तारीख माने, तो यह १४ मार्च होता है। उसके बाद के अंकों को समय मान कर उस दिन को १४ मार्च पर उसी समय इस दिन को मनाने की बात रहती है।  अमेरीकी संसद ने इस साल इस दिन को राष्ट्रीय पाई दिवस घोषित कर दिया है ताकि आज के दिन विद्यार्थियों में पाई एवं गणित के प्रति जागरुकता लाने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके। इसके बारे में आप यहां विस्तार से पढ़ सकते हैं।

इस चिट्ठी पर अलबर्ट आइन्स्टीन और लिनूस टोरवाल्ड का चित्र विकिपीडिया से है और उसी शर्तों पर प्रकाशित किया गया है।

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के बारे में उन्मुक्त
मैं हूं उन्मुक्त - हिन्दुस्तान के एक कोने से एक आम भारतीय। मैं हिन्दी मे तीन चिट्ठे लिखता हूं - उन्मुक्त, ' छुट-पुट', और ' लेख'। मैं एक पॉडकास्ट भी ' बकबक' नाम से करता हूं। मेरी पत्नी शुभा अध्यापिका है। वह भी एक चिट्ठा ' मुन्ने के बापू' के नाम से ब्लॉगर पर लिखती है। कुछ समय पहले,  १९ नवम्बर २००६ में, 'द टेलीग्राफ' समाचारपत्र में 'Hitchhiking through a non-English language blog galaxy' नाम से लेख छपा था। इसमें भारतीय भाषा के चिट्ठों का इतिहास, इसकी विविधता, और परिपक्वत्ता की चर्चा थी। इसमें कुछ सूचना हमारे में बारे में भी है, जिसमें कुछ त्रुटियां हैं। इसको ठीक करते हुऐ मेरी पत्नी शुभा ने एक चिट्ठी 'भारतीय भाषाओं के चिट्ठे जगत की सैर' नाम से प्रकाशित की है। इस चिट्ठी हमारे बारे में सारी सूचना है। इसमें यह भी स्पष्ट है कि हम क्यों अज्ञात रूप में चिट्टाकारी करते हैं और इन चिट्ठों का क्या उद्देश्य है। मेरा बेटा मुन्ना वा उसकी पत्नी परी, विदेश में विज्ञान पर शोद्ध करते हैं। मेरे तीनों चिट्ठों एवं पॉडकास्ट की सामग्री तथा मेरे द्वारा खींचे गये चित्र (दूसरी जगह से लिये गये चित्रों में लिंक दी है) क्रिएटिव कॉमनस् शून्य (Creative Commons-0 1.0) लाईसेन्स के अन्तर्गत है। इसमें लेखक कोई भी अधिकार अपने पास नहीं रखता है। अथार्त, मेरे तीनो चिट्ठों, पॉडकास्ट फीड एग्रेगेटर की सारी चिट्ठियां, कौपी-लेफ्टेड हैं या इसे कहने का बेहतर तरीका होगा कि वे कॉपीराइट के झंझट मुक्त हैं। आपको इनका किसी प्रकार से प्रयोग वा संशोधन करने की स्वतंत्रता है। मुझे प्रसन्नता होगी यदि आप ऐसा करते समय इसका श्रेय मुझे (यानि कि उन्मुक्त को), या फिर मेरी उस चिट्ठी/ पॉडकास्ट से लिंक दे दें। मुझसे समपर्क का पता यह है।

8 Responses to आज का दिन महत्वपूर्ण है

  1. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति. ज्ञानवर्धक.

  2. अच्छी जानकारी दी उन्मुक्त जी आपने ,शुक्रिया !

  3. आप ने महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं और वह भी बहुत रोचक ढंग से। इस से हमें भी पाई दिवस और लिनुस टोरवाल के बारे में जाने का अवसर मिला।

  4. आपकी यह पोस्‍ट बहुत ही अच्‍छी और जानकारी भरी लगी। उसये भी ज्‍यादा आपकी प्रस्‍तुति करण।

  5. बहुत अच्‍छी जानकारी दी है आपने ….

  6. उन्मुक्त जी, १४ मार्च पर जो जानकारी रह गई थी, आपकी पोस्ट ने उसे मुकम्मल कर दिया.

  7. रौशन says:

    अच्छी सूचना और आगे पढने के लिए लिंक्स भी
    आगे पढना है इसलिए इसे बुकमार्क कर लेते हैं

  8. उम्दा जानकारी! शुक्रिया!

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