सारे चिट्ठों पर नयी प्रविष्टियां कैसे देखें

नारद की सुविधा न रहने के कारण हिन्दी के चिट्ठों पर नयी पोस्ट पता नहीं चल रही है इसको दूर करने के लिये मैने अस्थायी व्यवस्था की है। यह एकदम मुफ्त है इसका आन्नद लें। सबसे पहली मेरी पॉडकास्ट ‘बकबक’ है उसके बाद वर्णमाला के हिसाब से हिन्दी के सक्रिय चिट्ठे, जिनकी लिस्ट यहां है, वह हैं।

आपको सबकी नयी पोस्टें देखने के लिये इस चिट्ठे पर आना यहां पड़ेगा कि नये चिट्टों पर क्या है। यहां आप देख सकते हैं कि किसी चिट्टे पर नयी दो क्या पोस्टें हैं। कुछ चिट्टों की पोस्टें नहीं क्योंकि मुझे उनकी rss फीड नहीं मिल पायी। यदि वे लोग अपनी rss फीड मुझे भेज देंगे तो मै उसे भी जोड़ दूंगा। कृप्या अन्त पर मेरी पोस्ट भी देख लीजये उससे आपको सहायता मिलेगी। मेरे विचार से कुछ दिन का संकट तो टला। जब तक नारद ऐसी सुविधा नहीं मिलती तब तक इसी से काम चलायें।
इस सेवा का आनन्द लेने के लिये औरों को भी बतायें। हो सकता है कि लोड करने में समय ले।

के बारे में उन्मुक्त
मैं हूं उन्मुक्त - हिन्दुस्तान के एक कोने से एक आम भारतीय। मैं हिन्दी मे तीन चिट्ठे लिखता हूं - उन्मुक्त, ' छुट-पुट', और ' लेख'। मैं एक पॉडकास्ट भी ' बकबक' नाम से करता हूं। मेरी पत्नी शुभा अध्यापिका है। वह भी एक चिट्ठा ' मुन्ने के बापू' के नाम से ब्लॉगर पर लिखती है। कुछ समय पहले,  १९ नवम्बर २००६ में, 'द टेलीग्राफ' समाचारपत्र में 'Hitchhiking through a non-English language blog galaxy' नाम से लेख छपा था। इसमें भारतीय भाषा के चिट्ठों का इतिहास, इसकी विविधता, और परिपक्वत्ता की चर्चा थी। इसमें कुछ सूचना हमारे में बारे में भी है, जिसमें कुछ त्रुटियां हैं। इसको ठीक करते हुऐ मेरी पत्नी शुभा ने एक चिट्ठी 'भारतीय भाषाओं के चिट्ठे जगत की सैर' नाम से प्रकाशित की है। इस चिट्ठी हमारे बारे में सारी सूचना है। इसमें यह भी स्पष्ट है कि हम क्यों अज्ञात रूप में चिट्टाकारी करते हैं और इन चिट्ठों का क्या उद्देश्य है। मेरा बेटा मुन्ना वा उसकी पत्नी परी, विदेश में विज्ञान पर शोद्ध करते हैं। मेरे तीनों चिट्ठों एवं पॉडकास्ट की सामग्री तथा मेरे द्वारा खींचे गये चित्र (दूसरी जगह से लिये गये चित्रों में लिंक दी है) क्रिएटिव कॉमनस् शून्य (Creative Commons-0 1.0) लाईसेन्स के अन्तर्गत है। इसमें लेखक कोई भी अधिकार अपने पास नहीं रखता है। अथार्त, मेरे तीनो चिट्ठों, पॉडकास्ट फीड एग्रेगेटर की सारी चिट्ठियां, कौपी-लेफ्टेड हैं या इसे कहने का बेहतर तरीका होगा कि वे कॉपीराइट के झंझट मुक्त हैं। आपको इनका किसी प्रकार से प्रयोग वा संशोधन करने की स्वतंत्रता है। मुझे प्रसन्नता होगी यदि आप ऐसा करते समय इसका श्रेय मुझे (यानि कि उन्मुक्त को), या फिर मेरी उस चिट्ठी/ पॉडकास्ट से लिंक दे दें। मुझसे समपर्क का पता यह है।

One Response to सारे चिट्ठों पर नयी प्रविष्टियां कैसे देखें

  1. रवि says:

    …कुछ चिट्ठों की पोस्ट नहीं है मुझे उनकी rss फीड नहीं मिल पायी। यदि वे लोग अपनी rss फीड मुझे भेज देंगे तो मै उसे भी जोड़ दूंगा।…

    ऑपेरा ब्राउजर उन चिट्ठों पर चलाएँ. एड्रेस बार पर यह स्वतः ही आरएसएस लिंक खोज कर बताता है (नीले रंग के प्रतीक में. सब्सक्राइब कर लें, फिर सेटिंग में जाकर वह पता कॉपी कर लें).

    वैसे आपने बहुत मेहनत की है. आपकी मेहनत को सलाम.

    और, यदि यह सूची वर्णमालाक्रम में न होकर ताज़ा चिट्ठा प्रविष्टि की तिथि के हिसाब से होती तो फिर नारद की कमी महसूस ही नहीं होती!

    क्या ऐसा संभव है? यदि हाँ तो सोने पे सुहागा.

    रवि जी
    मैने बीटा ब्लौगर में नया ब्लौग खोल कर यह चिट्ठा बनाया है। अब इसमें HTML भी edit किया जा सकता है। इसलिये यह सूची वर्णमालाक्रम में न होकर ताज़ा चिट्ठा प्रविष्टि की तिथि के हिसाब से हो सकती हो पर यह तो कोई  कंप्यूटर विशेष्ज्ञ ही कर पाये।

    फायर फॉक्स भी rss फीड बताता है पर कुछ लोगों के मे मुश्किल आयी।  मैं opera से कोशिश करता हूं।

    उन्मुक्त

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