FUD – यह क्या होता है?

औपरेटिंग सिस्टम वह सॉफ्टवेर होता है जो कि किसी कंप्यूटर को चलाता है, जैसा कि विन्डोस़। अन्य सॉफ्टवेर किसी भी कंप्यूटर में दूसरे कार्य करते हैं जैसे कि एम.एस. वर्ड एक वर्ड प्रोसेसर है इसकी सहायता से आप लिखते हैं। वेब ब्रॉउसर जैसे किइन्टरनेट एक्सप्लोरर या फायरफौक्स। इसके द्वारा आप इन्टरनेट पर जा कर चिट्ठे वगैरह पढ़ते हैंं।

लिनेक्स भी एक तरह का औपरेटिंग सिस्टम है और इसकी सहायता से आप कंप्यूटर चलाते हैं पर यह FUD का शिकार है। FUD!! अरे भाई यह FUD – यह क्या होता है?

Fear, Uncertainity, और Doubt को छोटा कर दें तो यह बन जाता है FUD. यह विरोधी खेमे की खासियत है – धीरे से आपके उत्पाद के बारे में लोगो के बीच इसे फैला दिया, इसके बाद और कुछ करने की जरूरत नहीं है। अक्सर यदि आप किसी के बारे में नहीं जानते हों तो यह और भी आसान होता है।

ओपेन सोर्स सॉफ्टवेर के बारे में लोगों को लोगों को कम जानकारी रहती है इसलिये यह FUD का शिकार रहता है। लिनेक्स भी एक तरह का ओपेन सोर्स सॉफ्टवेर है और ओपेन सोर्स सॉफ्टवेर का सबसे अच्छा उदाहरण है। इसके बारेके बारे में अक्सर गलतफहमी रहती है। इसकी कुछ गलतफहमी दूर कर रही है यह चिट्ठी।

यदि इसके अतिरिक्त आप,

  • हरिवंश राय बच्चन के इमेरजेंसी के बारे में विचार जानना चाहें तो यहां पढ़ सकते हैं; और
  • अंक विद्या के बारे में जानना चाहें तो यहां पढ़ सकते हैं; और
  • काम ज्यादा महत्वपूर्ण है या उसे करना तो यहां पढ़ सकते हैं; और
  • पेटेंट पौधों की किस्में एवं जैविक भिन्नता की प्रस्तावना के बारे में पढ़ना चाहें तो यहां पढ़ सकते हैं।

के बारे में उन्मुक्त
मैं हूं उन्मुक्त - हिन्दुस्तान के एक कोने से एक आम भारतीय। मैं हिन्दी मे तीन चिट्ठे लिखता हूं - उन्मुक्त, ' छुट-पुट', और ' लेख'। मैं एक पॉडकास्ट भी ' बकबक' नाम से करता हूं। मेरी पत्नी शुभा अध्यापिका है। वह भी एक चिट्ठा ' मुन्ने के बापू' के नाम से ब्लॉगर पर लिखती है। कुछ समय पहले,  १९ नवम्बर २००६ में, 'द टेलीग्राफ' समाचारपत्र में 'Hitchhiking through a non-English language blog galaxy' नाम से लेख छपा था। इसमें भारतीय भाषा के चिट्ठों का इतिहास, इसकी विविधता, और परिपक्वत्ता की चर्चा थी। इसमें कुछ सूचना हमारे में बारे में भी है, जिसमें कुछ त्रुटियां हैं। इसको ठीक करते हुऐ मेरी पत्नी शुभा ने एक चिट्ठी 'भारतीय भाषाओं के चिट्ठे जगत की सैर' नाम से प्रकाशित की है। इस चिट्ठी हमारे बारे में सारी सूचना है। इसमें यह भी स्पष्ट है कि हम क्यों अज्ञात रूप में चिट्टाकारी करते हैं और इन चिट्ठों का क्या उद्देश्य है। मेरा बेटा मुन्ना वा उसकी पत्नी परी, विदेश में विज्ञान पर शोद्ध करते हैं। मेरे तीनों चिट्ठों एवं पॉडकास्ट की सामग्री तथा मेरे द्वारा खींचे गये चित्र (दूसरी जगह से लिये गये चित्रों में लिंक दी है) क्रिएटिव कॉमनस् शून्य (Creative Commons-0 1.0) लाईसेन्स के अन्तर्गत है। इसमें लेखक कोई भी अधिकार अपने पास नहीं रखता है। अथार्त, मेरे तीनो चिट्ठों, पॉडकास्ट फीड एग्रेगेटर की सारी चिट्ठियां, कौपी-लेफ्टेड हैं या इसे कहने का बेहतर तरीका होगा कि वे कॉपीराइट के झंझट मुक्त हैं। आपको इनका किसी प्रकार से प्रयोग वा संशोधन करने की स्वतंत्रता है। मुझे प्रसन्नता होगी यदि आप ऐसा करते समय इसका श्रेय मुझे (यानि कि उन्मुक्त को), या फिर मेरी उस चिट्ठी/ पॉडकास्ट से लिंक दे दें। मुझसे समपर्क का पता यह है।

One Response to FUD – यह क्या होता है?

  1. Shrish says:

    उन्मुक्त जी, यह डर बेवजह नहीं किसी दिन तसल्ली से इसका कारण बताऊंगा।

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