अरे! ऐसा भी चित्र बनाया जा सकता है?
अगस्त 13, 2009 6 टिप्पणियां
स्कॉट वेड गन्दी कार की खिड़कियों के शीशे में सुन्दर चित्र बनाते हैं। मैं नहीं समझता था कि कोई इस तरह के चित्र भी बना सकता है। उनकी कार में बने चित्रों को देख कर, अक्सर लोग अपनी कार से उतर कर चित्र खींचने आ जाते हैं।
उनके बनाये गये नीचे के चित्र ने, मुझे अपने टॉमी की याद दिला दी। जिसे ईश्वर ने दस साल पहले उपहार में दिया था और कुछ दिन पहले अपने पास बुला लिया। टॉमी अक्सर हम लोगों के साथ इसी तरह से घूमने जाता था। हम लोग पीछे वाली सीट नीचे कर देते थे ताकि वह उस पर आराम से बैठ सके।
यह चित्र मेरा नहीं है। मैंने इसे यहां से लिया है। वहां पर आप और भी बेहतरीन चित्र देख सकते हैं और स्कॉट वेड और उनकी इस बेहतरीन कला के बारे में विस्तार से पढ़ सकते हैं।
हमने टॉमी की याद में, उसकी कब्र के दो तरफ, बेला और काजू का पेड़ लगाया है ताकि आने वाले समय में, उसकी महक और याद, हमेशा रहे। मेरे एक मित्र ने एक खास कल्मी बेल का पेड़ भी हमें उसकी याद में लगाने के लिये भेंट किया। हमने उसे अपने घर के पीछे उसकी याद में लगाया है।
मेरे मित्र, अभी कितने दिन तुम मेरे जहन में रहोगे – शायद हमेशा।
- विकासवाद का क्या सबूत है: ►
- सृजनवादियों की विकासवाद पर पहली आपत्ति: ►
- Windows पर कम से कम Audacity, MPlayer, VLC media player, एवं Winamp में;
- Mac-OX पर कम से कम Audacity, Mplayer एवं VLC में; और
- Linux पर सभी प्रोग्रामो में – सुन सकते हैं।
ऐसे मित्र हमेशा याद रहते हैं
इन जानवरों से इतना अधिक लगाव हो जाता है कि इनका ना रहना मन को कसोटता है.
वास्तव में पशुओ के प्रति हमारा प्रेम सात्विक होता है……सो भुलाया नही जा सकता…..
Vakai aise Mitra hamesha yaad rahte hain, aur Painting ki to beshak ek anuthi shaili hai yeh.
nice
निस्वार्थ प्रेम हमेशा जेहन मे रहता है , उसे कभी अलग नही किया जा सकेगा….