अम्मां यादों में
मई 11, 2015 2 टिप्पणियां
रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता मां का है। इस चिट्ठी में अम्मां के बारे में, कुछ चर्चा। Read more of this post
उन्मुक्त पर मेरे विचार, छुट-पुट पर कुछ इधर की, कुछ उधर की
मई 11, 2015 2 टिप्पणियां
रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता मां का है। इस चिट्ठी में अम्मां के बारे में, कुछ चर्चा। Read more of this post
अप्रैल 4, 2012 टिप्पणी करे
इस चिट्ठी में कर्ट वोनेगेट के एक प्रसिद्ध उद्धरण, ज़ेन पेन्सिल चिट्ठे, और और मेरे प्रिय समय की चर्चा है।
कर्ट वोनेगेट फिल्म 'बैक टू स्कूल' फिल्म में
जून 25, 2011 टिप्पणी करे
मिस कैलिफोर्निया - एलिस्सा कैम्पैनेल्ला
इस चिट्ठी में, मिस यूएसऐ २०११ की प्रतियोगिता में प्रतियोगियों के विकासवाद के विचारों के बारे में चर्चा है।
जून 19, 2011 5 टिप्पणियां
इस चिट्ठी में ऐलिस ऑज़मा के द्वारा लिखित पुस्तक ‘द रीडिंग प्रॉमिस’ के बारे में चर्चा करते हुऐ बच्चों में पुस्तक प्रेम जगाने के तरीके के बारे में चर्चा है।
जून 4, 2011 4 टिप्पणियां
रोमन हॉलीडे में ऑड्री हेपबर्न
मेरे लिये वास्तविक सुन्दरता का अर्थ है सुन्दर कार्य करना। इस बारे में ऑड्री हेपबर्न की कुछ बातें।
अक्टूबर 3, 2010 2 टिप्पणियां
मेरे कुछ दिन तनाव में बीते। कल मन में शान्ति आयी। मैं और शुभा बहुत दिनो बाद मस्ती करने के लिये निकल गये। बिना किसी प्रोग्राम के, बिना किसी खास जगह जाने के लिये, खाना भी रात में बाहर ही खाया। रात देर में लौटे।
कल गांधी जयन्ती भी थी। मुझे अपनी पुरानी एक चिट्ठी मेरे जीवन में धर्म का महत्व याद आयी। यह मैंने अनुगूंज के लिये लिखी थी। एक अनमोल तोहफा लिखते समय मैंने लिखा था कि यह मेरी सबसे प्यारी चिट्ठी है। यह आज भी सच है। मेरी सारी चिट्ठियों में केवल यही चिट्ठी पद्य में है। यह पुनः प्रेषित है। Read more of this post
अगस्त 16, 2010 2 टिप्पणियां
मैंने इस चिट्ठे की पिछली चिट्ठी में बताया था कि मैंने ‘ज्योतिष, अंक विद्या, हस्तरेखा विद्या, और टोने-टुटके‘ श्रृंखला ज्योतिष पर विश्वास करने वालों का मजाक बनाने के लिये या किसी की आस्था या विश्वास पर चोट पहुंचाने के लिये नहीं लिखी थी और वायदा किया कि इसके लिखने का कारण बताउंगा। इस चिट्ठी इस श्रृंखला के लिखने का कारण है। Read more of this post
जुलाई 25, 2010 4 टिप्पणियां
कुछ समय पहले मैंने ‘नाई की दाढ़ी को कौन बनाता है‘ नामक चिट्ठी लिखी। इसमें संस्कृत का एक श्लोक भी लिखा था। मैं जानना चाहता था कि वह कहां से है। कई चिट्ठाकार बन्धुवों ने मदद की। इस पर अरविन्द जी ने ‘मेरे ही बुकशेल्फ में छुपा था उन्मुक्त जी के प्रश्न का जवाब!‘ नामक चिट्ठी लिखी। इस पर हिमान्शू मोहन जी, ने टिप्पणी की,
‘… एक बात और यहाँ साथ ही कहता चलूँ – जो मैंने उन्मुक्त की पोस्ट पर भी कही थी – कि बिना पूरी तरह जाने किसी विषय को, उस के बारे में अच्छी या बुरी धारणा बना लेना – पूर्वाग्रह है। सतर्क और जिज्ञासु – ज्ञान-पिपासु को इससे बचना चाहिए।’
राशियां – चित्र विकिपीडिया के सौजन्यसे
मैंने भी वहीं टिप्प्णी कर कहा था कि मैं जल्द ही अपनी बात रखूंगा। यह रहा मेरे जवाब का पहला भाग। Read more of this post
अक्टूबर 7, 2009 7 टिप्पणियां
मैंने कुछ समय पहले बचपन में पढ़ी आर्ची कॉमिक्स के बारे में ‘हाय, यह क्या किया – मेरा दिल ही टूट गया‘ नाम से एक चिट्ठी लिखी थी। यह इसलिये क्योंकि आर्ची कॉमिक्स प्रकाशकों ने घोषणा की थी कि आर्ची, विरॉनिका से शादी कर रहा है। मेरा तो दिल ही टूट गया।
मुझे लगता है कि कोई बेवकूफ ही बॅटी जैसी प्यारी और बेहतरीन व्यक्तित्व की लड़की छोड़ कर, विरॉनिका जैसी अमीर पर घमन्डी लड़की से शादी कर ले। यह सारी कहानी छः अंकों में लिखी जानी थी। इसके पहले तीन अंक कुछ इस तरह के थे। इसे देख कर तो बस क्या बताउं …
मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि आर्ची क्यों इतनी बड़ी भूल कर रहा है। मेरे विचार में उसके लिये विरॉनिका नहीं, पर बॅटी सही है। उसे बॅटी से शादी करनी चाहिये। लेकिन मैंने पहली वाली चिट्ठी का अन्त करते समय लिखा था कि क्या कहानी में ट्विस्ट है।
ट्विस्ट तो है। लेकिन आने वाले तीन अंको का चित्र तो देखिये।
आ गया न मजा। दिल खुश हुआ न। शायद यह इसलिये हुआ कि इस बारे में सारे मतदान में ८०% लोगो ने कहा कि आर्ची को बॅटी से और केवल २०% ने कहा कि विरॉनिका से शादी करनी चाहिये। इसके बारे में आप विस्तार से न्यू यॉर्क टाइम्स् का यह लेख पढ़ सकते हैं।
अन्य संबन्धित लेख
सांकेतिक शब्द
Archie Comics, Archie Andrews, Betty Cooper, Veronica Lodge, Betty and Veronica,
सितम्बर 9, 2009 3 टिप्पणियां
‘उन्मुक्त जी, यह भी कोई सवाल है। क्या, कोई वकील भी बनना चाहता है।
लगता है आपको मालुम नहीं, आज के समाज में स्पैमरस् के बाद, समाज में, सबसे तिरस्कित वकील ही हैं। कुछ वकील जरूर पैसा कमाते हैं पर अधिकतर तो फटेहाल ही हैं। यह सुन कर की आप कानून पढ़ रहे हैं, सुन्दर लड़कियां दूसरी तरफ मुंह फेर लेती हैं। फिर कोई वकील क्यों बनना चाहेगा।
यह कार्टून मेरा बनाया नहीं है। मैंने इसे यहां से लिया है। Cartoon by Nicholson from “The Australian” newspaper: www.nicholsoncartoons.com.au
जाइये, जाइये, मुझे न बताइये। मुझे सब मालुम है कि कोई वकील क्यों बनता है। पहले लोग आई.सी.एस. बनने विलायत जाते थे। आई.सी.एस. में फेल हो गये तो बार एट लॉ बन गये। आजकल इंजीनियरिंग, डाक्टरी या किसी प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला नहीं मिला, कुछ करने को नहीं हुआ – वकालत की पढ़ाई करने लगे। उसके बाद वकील बन गये। अब आगे कुछ न कहलवाइये। कहीं, न्यायालय की अवमानना न हो जाय या फिर चिट्ठजगत से विदा लेनी पड़े।’
क्या आपका भी यही सोचना है। क्यों न यह सवाल उनसे पूछा जाय जो वकालत पढ़ रहे हैं। क्योंकि वे ही इसका सबसे अच्छा जवाब दे सकते हैं।
ऐक्सस ग्रुप विद्यार्थियों को ऋण की सुविधा प्रदान करता है। वे कई सालों से, अमेरिका में कानून में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बीच एक प्रतियोगिता करा कर यह सवाल पूछते हैं। इस प्रतियोगिता में, विद्यार्थियों को चार मिनट से कम समय का विडियो बना कर यूट्यूब में डालना होता है कि वे क्यों वकील बनना चाहते हैं। उन्हें इसके लिये क्यों और कहां से प्रेणना मिली। इसमें एक पुरुस्कार १०,००० डॉलर और पांच पुरुस्कार १,५०० के दिये जाते हैं।
इस साल की प्रतियोगिता में ११३ विद्यार्थियों ने भाग लिया। इन विडियों में से दस विद्यार्थियों के विडियो को चुना गया। इसके पश्चात लोगों ने वोटिंग की। इस वोटिंग में ब्रानिगन रॉबर्टसन (Branigan Robertson) को प्रथम पुरुस्कार मिला। वे शैपमैन कानून विश्विद्यालय (Chapman University School of Law) के विद्यार्थी हैं।
आप रॉबर्टसन के बनाये विडियो को नीचे देखें। आपको वकील के जीवन का दूसरा पहलू भी देखने को मिलेगा। शायद यह जीवन, किसी अन्य जीवन से, कहीं अधिक रोमांचकारी और समाजसेवा का है। क्या मालुम आपके विचार बदल जायें। जहां तक मेरा सवाल है, मुझे अनगिनत, अलग अलग प्रोफेशन के लोगों की जीवनी पढ़ने का मौका मिला। मैं तो यही सोचता हूं कि वकील का जीवन रोमांचकारी और समाजसेवा का है।
यदि आप अन्य पुरुस्कृत विडियो को देखना चाहें उन सबके बारे में यहां सूचना है।
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